- पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं को 50 प्रतिशत हिस्सेदारी दिलवाई।
- राशन डिपो संचालन के कार्य में महिलाओं को 33 प्रतिशत हिस्सेदारी दिलवाई।
- महिला सुरक्षा के लिए सभी बसों अड्डों में सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए।
- कॉलेजों में पढ़ने वाली बेटियों की सुविधा के लिए निशुल्क बस पास बनवाए।
- सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाओं के लिए सभी सचिवालयों में दुकानें खोलने का काम करवाया।
- ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत अब तक करीब साढ़े 4 लाख महिलाओं को सशक्त किया।
- प्रतियोगी परीक्षाओं को गृह जिले में करवाने का काम किया, जिसका सबसे ज्यादा फायदा हमारी बेटियों को मिला है।
- राज्य में 29 महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान चलवाये गए।
- आईटीआई में पढ़ने वाली लड़कियों को प्रतिमाह 500 रूपए वजीफा करवाया।
- 213 मार्गों पर 181 बसें केवल महिलाओं के लिए शुरू करवाई
- हर जिले में महिला कॉलेज खोलने की योजना बनवाई
- महिलाओं की मांग पर गांव से शराब के ठेके बाहर करने का प्रावधान किया गया।
- पंचायती राज संस्थाओं की 100 महिला पंच-सरपंच-मेम्बर आदि को स्कूटी देकर सम्मानित करवाया।
- आशा वर्कर्स व हेल्पर्स के मानदेय में ऐतिहासिक बढ़ोतरी के साथ मानदेय में राज्य का योगदान 4000 रुपए महीना करवाया, जो कि कांग्रेस सरकार में मात्र 500 रुपए था।
- आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का वेतन 12,661 रुपए और हेल्पर का मानदेय 6781 रुपए करवाया।
- गर्भवती महिलाओं को 5000 रुपए हर महीने आर्थिक सहायता देने की व्यवस्था करवाई।
- महिला सुरक्षा के लिए दुर्गा शक्ति ऐप्प, दुर्गा शक्ति वाहिनी, दुर्गा शक्ति रैपिड एक्शन फोर्स बनवाई।
- महिलाओं और बच्चों के सर्वांगीण विकास पर विशेष बल देने के लिए दूध उपहार योजना और महिला एवं किशोरी सम्मान योजना की शुरूआत करवाई गई।
बदलाव जिस पर हमें भरोसा हो
हिस्सेदारी कम - काम ज्यादा 10 सीटों से भी निभाया हर वादा
हमारे लिए कार्यक्षमता और प्रभावशीलता सबसे महत्वपूर्ण हैं। सीमित संसाधनों के बावजूद, हमने हर वादा निभाया और अपने लक्ष्य को प्राप्त किया। यह हमारी टीम की मेहनत और निष्ठा का नतीजा है, जो हमें अपने मिशन में लगातार सफल बनाता है।
हमसे जुड़ें